कोरोना से बचाव के लिए शहर में 25 मार्च तक लॉकडाउन का आदेश है। वहीं, चैत्र नवरात्र पर्व की शुरुआत बुधवार से होगी। इस दिन कलश स्थापना कीजिए, नौ दिन सपरिवार हर देवी स्वरूपा की विधिपूर्वक पूजा कीजिए। नौ दिन पूजन के बाद रामनवमी यानी रामलला का जन्म है। ईश्वर करे 1 अप्रैल को इस दिन हम सबके जीवन में सामान्य दिनों वाली खुशियों का पुनर्जन्म हो। नवरात्रि पर बिजासन माता मंदिर का आकर्षक शृंगार किया जाएगा, लेकिन भक्त दर्शन नहीं कर सकेंगे।
नवरात्र का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है, क्योंकि इसी दिन शुभ विक्रम संवत्सर की शुरुआत होती है। ये दिन हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी माना जाता है। खजराना कालका माता मंदिर के पंडित शिव प्रसाद तिवारी ने बताया इस वर्ष माताजी का आगमन नाव पर होगा अर्थात माताजी का वाहन नाव है। मंगलवार को दोपहर 2.58 बजे से एकम तिथि लगेगी जो कि दूसरे दिन अर्थात बुधवार शाम 5.26 बजे तक रहेगी। घटस्थापना व कलश स्थापना के लिए ब्रह्ममुहूर्त को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस दिन संपूर्ण ब्रह्म समय में एकम तिथि व्याप्त रहेगी।